हम माँ बगलामुखी के दिव्य मंदिर निर्माण के लिए उस सात्विक और पुण्य धन की आवश्यकता में हैं, जो माँ स्वयं स्वीकार करें। माँ हर किसी से सेवा नहीं लेती — सेवा का सौभाग्य उन्हीं को मिलता है जो माँ की दृष्टि में शुद्ध, निस्वार्थ और पात्र होते हैं। हमारा उद्देश्य लखनऊ में एक ऐसा सिद्ध पीठ स्थापित करना है, जहाँ माँ की ऊर्जा सधाव (स्थिर और सजीव) रूप में प्रतिष्ठित हो और यह स्थान साधक निर्माण तथा जनकल्याण का एक जाग्रत केंद्र बन सके। यह केवल एक मंदिर नहीं होगा, बल्कि माँ के वास्तविक साधकों के लिए एक तांत्रिक ऊर्जा केंद्र होगा — जहाँ से तीव्र साधकों की सेना तैयार की जाएगी जो केवल माँ के भक्त नहीं, बल्कि माँ की शक्ति के संवाहक बनें। हम स्वयं को केवल माँ का दास मानते हैं, और इस सेवा को अपने जीवन का सौभाग्य मानते हैं। यदि माँ की कृपा आपके भीतर भी पुकार रही है, तो इस महायज्ञ में अपनी शक्ति अनुसार सहयोग देकर माँ के इस जाग्रत कार्य में सहभागी बनें।
हम आप सभी श्रद्धालु भक्तों से निवेदन करते हैं कि इस महान कार्य में अपनी सहयोग राशि, समय या सेवा के माध्यम से योगदान दें। आपका यह निस्वार्थ सहयोग न केवल इन माताओं के जीवन में बदलाव लाएगा, बल्कि आपको माँ बगलामुखी का विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होगा।
“एक माँ का आशीर्वाद, जीवन को आनंद और शांति से भर देता है।” तो आइए, “माँ का घर” को साकार करने में सहभागी बनें और इस पुनीत सेवा कार्य का हिस्सा बनें।
हमने माँ बगलामुखी की साधना के गुप्त रहस्य, गूढ़ तांत्रिक विधियाँ, और साक्षात अनुभव आधारित मार्गदर्शन को सरल और उपयोगी रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है — ताकि हर जिज्ञासु साधक स्वयं सक्षम बन सके। हम किसी से कार्य सिद्धि या यजमानी सेवा के बदले धन नहीं लेना चाहते, बल्कि हमारा उद्देश्य है कि आप स्वयं माँ की साधना से जुड़ें, अपनी समस्याओं को खुद सुलझाएँ और फिर दूसरों की सेवा में लगें।
हमने इसके लिए निशुल्क वीडियो, लेख, और प्रयोग विधियाँ तैयार की हैं — और अब इस मिशन को आगे बढ़ाने, और अधिक गूढ़ सामग्री तैयार करने तथा समाज तक पहुँचाने के लिए आपका सहयोग आवश्यक है। आप जो भी सहयोग देंगे, वह किसी एक व्यक्ति तक सीमित नहीं रहेगा — बल्कि वह उस संकल्प का हिस्सा बनेगा जहाँ एक गरीब रिक्शावाला हो या धनी सेठ — हर कोई माँ की शक्ति से लाभ पा सके।
“एक माँ का आशीर्वाद, जीवन को आनंद और शांति से भर देता है।” तो आइए, “माँ का घर” को साकार करने में सहभागी बनें और इस पुनीत सेवा कार्य का हिस्सा बनें।
हमारा उद्देश्य आपके लिए अनुष्ठान या हवन करवाना नहीं है, बल्कि आपको इस योग्य बनाना है कि आप स्वयं जप, तप और आह्वान कर सकें। जब आप अपनी समस्याओं का सामना स्वयं करते हैं और माँ से सीधे जुड़ते हैं, तभी स्थायी समाधान उत्पन्न होता है। कोई अन्य तांत्रिक या साधक आपकी बाधा को अस्थायी रूप से हटाकर शायद त्वरित राहत दे सकता है, परंतु उसका समाधान उसकी सिद्धियों से होगा — आपकी नहीं।
हम चाहते हैं कि आप स्वयं माँ के साधक बनें, अपनी बाधाओं को माँ की कृपा से जड़ से समाप्त करें, अपने परिवार का कल्याण करें और फिर उसी शक्ति से आगे चलकर जनकल्याण में भी योगदान दें।
हम आपके लिए हवन नहीं करना चाहते —
हम आपको माँ का योध्दा बनाना चाहते हैं।
इस दिव्य मिशन को सहयोग दें,
ताकि हम और अधिक साधकों को सक्षम बनाकर
माँ के कार्य को आगे बढ़ा सकें।
“एक माँ का आशीर्वाद, जीवन को आनंद और शांति से भर देता है।” तो आइए, “माँ का घर” को साकार करने में सहभागी बनें और इस पुनीत सेवा कार्य का हिस्सा बनें।
पीठाधीश्वर श्री महाशक्ति बगलामुखी आशुतोष जी महाराज के दिव्य नेतृत्व में जयपुर स्थित माँ बगलामुखी धाम में लगभग 4,667 वर्ग फीट क्षेत्र में एक भव्य अतिथि गृह का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह अतिथि गृह उन भक्तों के लिए समर्पित है, जो माता के दर्शन के लिए यहां पधारते हैं और एक आरामदायक व शांतिपूर्ण वातावरण में समय व्यतीत करना चाहते हैं। यह अतिथि गृह आपके सहयोग से ही संभव हो सकता है। हम आप सभी श्रद्धालुओं से निवेदन करते हैं कि इस पवित्र सेवा कार्य में अपनी यथाशक्ति योगदान देकर इसे साकार बनाने में सहायता करें।
यह अतिथि गृह न केवल ठहरने का स्थान है, बल्कि श्रद्धालुओं को एक आध्यात्मिक और सुविधाजनक प्रवास का अनुभव कराने का प्रयास है। यहाँ माता के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को हर वह सुविधा प्रदान की जाएगी जो उन्हें एक सुखद और यादगार यात्रा सुनिश्चित कर सके।
“अतिथि देवो भवः – अतिथि सेवा ही ईश्वर सेवा है।” माँ बगलामुखी की कृपा और आशीर्वाद से आप इस सेवा कार्य का हिस्सा बनें और अपने जीवन में शांति और सकारात्मकता का अनुभव करें।
आपका यह दान धर्म, भक्ति और सेवा के पवित्र कार्य में सहायक सिद्ध होगा। माँ बगलामुखी आपकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करें और आपको शक्ति, सफलता व सुरक्षा प्रदान करें।
🔱 जय माँ बगलामुखी 🔱